सब्जी उत्पादन में बिहार को प्रथम स्थान पर लाने हेतु विभाग प्रयासरत -डाॅ॰ प्रेम कुमार

माननीय मंत्री, कृषि विभाग, बिहार डाॅ॰ प्रेम कुमार द्वारा ज्ञान भवन, गाँधी मैदान, पटना में आयोजित तरकारी महोत्सव, वर्ष 2020 का उद्घाटन किया गया। 
माननीय मंत्री ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि सब्जी उत्पादन में बिहार राज्य उत्तर प्रदेश एवं बंगाल के बाद देश में तृतीय स्थान पर है। बिहार की मिट्टी एवं जलवायु सब्जी उत्पादन के लिए उपयुक्त है। बिहार को सब्जी उत्पादन क्षेत्र में देश में प्रथम स्थान पर लाने हेतु कृषि विभाग द्वारा तैयार की गयी रणनीति के तहत् सब्जी के गुणवत्तापूर्ण उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है। तरकारी महोत्सव के आयोजन का मुख्य उद्देश्य उद्यानिक फसलों के उत्कृष्ट उत्पादन में स्वच्छ प्रतिस्पर्धा को बढ़ाने के साथ-साथ गुणवत्तायुक्त उत्पादन को प्रोत्साहित करना, प्रतियोगिता के माध्यम से उद्यान में आये नवीनतम आयाम से राज्य के कृषकों को अवगत कराना, अल्प प्रचलित सब्जियों का प्रदर्शन कर, उसका उत्पादन करने हेतु कृषक को प्रेरित करना, बेमौसमी सब्जी फसल उत्पादन तकनीक, छत पर सब्जी की बागवानी, सब्जियों के कीट-व्याधि के रोकथाम जैसे विषयों पर किसानों को बहुमूल्य जानकारी देना, जैविक सब्जी उत्पादन करने हेतु कृषकों को प्रेरित करना तथा सब्जी के क्रेता बिक्रेता के समागम जैसे कार्यक्रम के माध्यम से बिहार के उत्पाद का अन्य प्रदेशों के बाजार से सम्बद्ध करना एवं निर्यात को बढ़ावा देना है।
उन्होंने कहा कि तरकारी महोत्सव, 2020 में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों को शामिल किया गया है, जिसमें राज्य में जैविक विधि तथा सामान्य विधि से उत्पादित सब्जियों का प्रदर्शन, सब्जियों से तैयार किये गये रंगोली प्रतियोगिता शामिल हैं। इन कार्यक्रमों में प्रतिभागियों द्वारा प्रदर्शित सब्जी प्रदर्श एवं रंगोली कला का मूल्यांकन वैज्ञानिकों की कमिटी द्वारा की जायेगी एवं प्रत्येक वर्ग के प्रत्येक शाखा में तीन उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कृषकों एवं कलाकारों को पुरस्कृत किया जायेगा। चयनित प्रतिभागियों को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार के रूप में क्रमशः 5,000 रूपये, 4,000 रूपये एवं 3,000 रूपये पारितोषिक एवं प्रमाण-पत्र दिया जायेगा तथा एक सर्वश्रेष्ठ प्रतिभागी को 10,000 रूपये के विशिष्ट पुरस्कार से भी नवाजा जायेगा। कृषकों द्वारा उत्पादित सब्जी के मूल्य संवर्धन हेतु इस अवसर पर सब्जी के क्रेता-विक्रेता समागम का भी आयोजन किया गया है, जिसमें इस क्षेत्र के प्रसिद्ध निर्यातकों एवं विपणनकर्ताओं को आमंत्रित किया गया है, ताकि राज्य के कृषकों द्वारा उत्पादित सब्जी को देश-विदेश के बाजार तक पहुँचाया जा सके। कृषकों के ज्ञानवर्धन हेतु भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान, बेंगलुरू के वैज्ञानिक डाॅ॰ एम. पिचाईमुथ्थु एवं बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर के वैज्ञानिकों को भी आमंत्रित किया गया है। 
डाॅ॰ कुमार ने कहा कि बिहार में सब्जी क्षेत्र में नये-नये प्रयोग कर सफलता के कहानी रचने वाले कृषकों पर आधारित डाॅक्यूमेंट्री फिल्म भी तैयार की गयी है। राज्य के सब्जी उत्पादक कृषकों को इस सफल कहानी से अवगत कराने एवं इसे अपनाने हेतु प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से इस फिल्म का प्रसारण कराया जा रहा है। तरकारी महोत्सव, 2020 में विभिन्न जिलों से कृषकों की सहभागिता सुनिश्चित करने हेतु आॅनलाईन पंजीकरण की व्यवस्था की गयी है। आॅनलाईन पंजीकरण के माध्यम से राज्य के विभिन्न जिलों से 644 कृषकों के द्वारा कुल पाँच वर्ग में 1210 प्रविष्टि प्रदर्श के रूप में प्राप्त किये गये हैं तथा किसानों का अपने प्रदर्श के साथ आज पंजीकरण अनवरत जारी है। इसके अतिरिक्त जिन कृषकों के द्वारा ससमय आॅनलाईन अपना पंजीकरण नहीं कराया गया एवं प्रदर्श लेकर प्रदर्शनी में उपस्थित हुए हैं, उन्हें भी अपने प्रदर्श को प्रदर्शित करने का मौका दिया गया है। बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर द्वारा विभिन्न प्रकार के उत्कृष्ट तथा अल्प प्रचलित सब्जियों जैसे स्प्राॅटिंग ब्रोकोली (हरा एवं बैंगनी), चाईनिज कैबेज, ब्रुसेल्स स्प्राउट्स, रेड कैबेज, लेट्यूस, सेलेरी, विंग्ड बीन एवं क्लोव बीन, जैसे सब्जियों के अतिरिक्त चेरी टमाटर, फ्रेन्च बीन, सबौर सदाबहार बैंगन, बीज रहित खीरा, कृषकों हेतु सब्जी बीज के पैकेट के साथ इस महोत्सव में भागीदारी की गयी है। इसके अलावे विभिन्न सब्जियों से रंगोली भी तैयार किया गया है। 
सचिव, कृषि विभाग डाॅ॰ एन॰ सरवण कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय बागवानी मिशन एवं मुख्यमंत्री बागवानी मिशन के सफल कार्यान्वयन से सब्जी के क्षेत्र विस्तार तथा उत्पादन में वृद्धि हुई है। कृषि विभाग ने सूक्ष्म सिंचाई योजना अंतर्गत 15,000 किसानों को ड्रिप/स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली उनके खेतों में अधिष्ठापन हेतु 90 प्रतिशत अनुदान उपलब्ध कराया जा रहा है। रविवार को आयोजित होने वाले मानव श्रृंखला के अवसर पर सब्जी की श्रृंखला प्रतिकात्मक रूप से गाँधी मैदान में बनायी जायेगी। जैविक सब्जी के प्रोत्साहन हेतु कृषि विभाग अनेक कार्यक्रम क्रियान्वित कर रही है। 
कृषि निदेशक श्री आदेश तितरमारे ने सब्जी किसानों को सब्जी पर आधारित कविता सुनाते हुए उन्हें प्रोत्साहित किया। उन्होंने कविता के माध्यम से प्रत्येक भारतीय के थाली में बिहार की सब्जी विशेष कर जैविक रूप से उगाई गई सब्जी तथा देश के बाद दुनिया भर में बिहार की सब्जी भेजने हेतु किसानों को प्रोत्साहित किया।
तरकारी महोत्सव को आकर्षक रूप से सजाते हुए प्रवेश द्वार को सब्जियों से सजाया गया तथा ज्ञान भवन में प्रवेश करते ही तरकारी बाजार का माॅडल प्रस्तुत किया गया। उद्यान महाविद्यालय, नूरसराय के छात्रों द्वारा सब्जी आधारित रंगोली का प्रदर्शन किया गया, रंगोली के माध्यम से बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं तथा तरकारी खाएँ, सेहद बनाएँ का संदेश दिया गया। साथ ही, इस अवसर पर सब्जी में नक्कासी प्रतियोगिता हेतु विभिन्न प्रतिभागियों द्वारा तरह-तरह के नक्कासी की प्रस्तुती भी की गई।
इस अवसर पर कृषि विभाग के विशेष सचिव श्री रवीन्द्र नाथ राय, निदेशक उद्यान श्री नन्द किशोर सहित विभागीय पदाधिकारी/कर्मचारीगण एवं बड़ी संख्या में किसान भाई-बहन उपस्थित थे।
 

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