माननीय मंत्री, कृषि विभाग, बिहार डाॅ॰ प्रेम कुमार ने कहा कि सरकार द्वारा बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर, भागलपुर के अंतर्गत कृषि विज्ञान केन्द्र, गया के आधारभूत संरचना निर्माण हेतु 2115 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र, गया में वर्तमान में उपलब्ध आधारभूत संरचना को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त संरचना को आकलित किया गया है। इस राशि से कृषि विज्ञान केन्द्र, गया में बीज के लिए गोदाम, कृषि यंत्रों के रख-रखाव के लिए भवन, वैज्ञानिकों का आवास, आन्तरिक सड़क, प्रशिक्षण हाॅल, चाहरदिवारी, सिंचाई संबंधी आधारभूत संरचना आदि का निर्माण किया जायेगा।
माननीय मंत्री ने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र भारत सरकार द्वारा संचालित एक योजना है, जो जिला स्तर पर कृषि अनुसंधान के साथ-साथ किसानों तक कृषि तकनीक को पहुँचाने का कार्य करती है। कृषि विज्ञान केन्द्र, गया बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर, भागलपुर के प्रशासनिक नियंत्रण में कार्यरत है। भारत सरकार की योजना में कृषि विज्ञान केन्द्र के आधारभूत संरचना के साथ-साथ स्थापना के वेतन एवं अनुसंधान संबंधित कार्य के लिए राशि उपलब्ध कराया जाता है। कृषि विज्ञान केन्द्र में कृषि के विभिन्न विषयों के विशेषज्ञ वैज्ञानिक कार्यरत हैं। इन वैज्ञानिकों की क्षमता का शत्-प्रतिशत उपयोग के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र की आधारभूत संरचना को विकसित करना आवश्यक है। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र को दी जाने वाली राशि पर्याप्त नहीं रहने के कारण राज्य निधि से कृषि विज्ञान केन्द्रों के आधारभूत संरचना को विकसित करने की आवश्यकता होती है।
डाॅ॰ कुमार ने कहा कि सरकार द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र को विकसित करने का मुख्य उद्देश्य किसानों को कृषि के नई तकनीक से अवगत कराने हेतु एक माॅडल के रूप में विकसित करना है। गया जिला में मौसम के अनुकूल कृषि के कार्यों पर प्रत्यक्षण कार्य आयोजित कराया जा रहा है। इसलिए कृषि विज्ञान केन्द्र, गया में आधारभूत संरचनाओं को सुदृढ़ किया जा रहा है।