माननीय मंत्री, कृषि विभाग, बिहार डाॅ॰ प्रेम कुमार ने कहा कि जलवायु परिवत्र्तन एक वैश्विक समस्या का रूप लेते जा रही है। इसी समस्या के मद्देनजर फसल अवशेष प्रबंधन सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में है। किसान फसल अवशेष को खेतों में ही जला देते हैं। सरकार द्वारा किसानों को इसके प्रति जागरूक करने के लिए कई कार्यक्रम चलायी जा रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा फसल अवशेष को जलाने की समस्या के निराकरण हेतु उपयोगी 7 कृषि यंत्रों पर 75 से 80 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। ये कृषि यंत्र हैं हैप्पी सीडर, स्ट्राॅ बेलर, रोटरी मल्चर, स्ट्राॅ रीपर, सुपर सीडर, स्ट्राॅ मैनेजमेंट सिस्टम एवं रीपर-कम-बाईंडर। उन्होंने कहा कि हैप्पी सीडर यंत्र कम्बाईन हार्वेस्टर से फसल कटाई के उपरांत बचे फसल अवशेष (पुआल) को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर खेत में फैला देता है एवं साथ ही गेहूँ की बोआई भी कतार में कर देता है। स्ट्रा बेलर खेत मे बचे फसल अवशेष पुआल को यह यंत्र जमाकर के गट्ठर बना देता है, जिसे किसान कम जगह में ही स्टोर कर सकते हैं। इसका उपयोग मवेशियों के चारा एवं औद्योगिक इकाई में किया जा सकता है। रोटरी मल्चर यंत्र, कम्बाईन हार्वेस्टर से फसल कटाई के उपरांत खेत में बचे फसल अवशेष को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर खेत में फैलाकर मल्चिंग कर देता है, जिससे खेत की नमी संरक्षित होती है तथा आने वाले समय में फसल अवशेष मिट्टी में डिकम्पोज होकर खाद के रूप में खेत की उर्वरा-शक्ति को बढ़ाता है। इसी प्रकार, स्ट्रा रीपर यंत्र, कम्बाईन हार्वेस्टर से फसल कटाई उपरांत खेत में बचे खड़े फसल अवशेष को काटकर भूसा बनाता है एवं इस यंत्र के पीछे चल रहे ट्राॅली में भूसा को जमा करता है। साथ ही, फसल अवशेष के साथ छुटे हुये बाली से अन्न को निकालकर अलग जमा भी करता है जिससे किसानों को अतिरिक्त लाभ होता है। सुपर सीडर कम्बाईन हार्वेस्टर से फसल कटाई उपरांत फसल अवशेष को यह यंत्र छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर मिट्टी में मिला देता है एवं साथ ही, गेहूँ की बोआई कतार में कर पाटा देने का काम भी एक साथ करता है, जिससे फसल अवशेष जमीन में शीघ्र डिकम्पोज होकर खाद के रूप में पौधा को पोषक तत्व उपलब्ध कराता है तथा स्ट्राॅ मैनेजमेंट सिस्टम यंत्र, कम्बाईन हार्वेस्टर के पिछले हिस्से में लगाया जाता है। यह यंत्र कम्बाईन हार्वेस्टर द्वारा फसल कटनी के दौरान ही फसल अवशेष को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर खेत में फैलाता जाता है। रीपर-कम-बाइन्डर एक ऐसी मशीन है, जो खड़ी फसल को काफी नीचे से काटकर बन्डल बनाकर खेत में गिरा देता है, जिसे आसानी से जमा कर खलिहान में भेजा जा सकता है। सुपर सीडर एक ऐसा कृषि यंत्र है, जो कम्बाईन हार्वेस्टर से फसल कटाई उपरांत फसल अवशेष को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर मिट्टी में मिला देता है एवं गेहूँ की बोआई कतार में कर पाटा देने का काम भी एक ही साथ करता है, जिससे फसल अवशेष जमीन में शीघ्र डीकम्पोज होकर खाद के रूप में पौधों को पोषक तत्व उपलब्ध कराता है। इसके अतिरिक्त स्ट्राॅ मैनेजमेंट सिस्टम मशीन कम्बाईन हार्वेस्टर के पिछले हिस्से में लगाया जानेवाला मशीन है। यह कृषि यंत्र कम्बाईन द्वारा फसल कटनी के दौरान ही फसल अवशेष को छोटे टुकड़ों में काटकर खेत में फैलाता जाता है।
डाॅ॰ कुमार ने कहा कि इस वर्ष सरकार द्वारा राज्य के किसानों को कृषि यांत्रिकरण योजना के अंतर्गत खेतों की जुताई, बुआई, निकाई, गुराई, सिंचाई, पौधा संरक्षण, फसल की कटनी, दौनी इत्यादि के कार्यों में उपयोग होने वाली कुल 81 प्रकार के कृषि यंत्रों पर अनुदान दिया जा रहा है। उन्होंने किसानों से अपील किया कि इस योजना के अंतर्गत आॅन-लाईन कर कृषि यंत्रों का क्रय करें एवं इस योजना का लाभ उठावें।