माननीय मंत्री, कृषि विभाग, बिहार डाॅ॰ प्रेम कुमार ने कहा कि गाँधी मैदान, पटना में आयोजित चार दिवसीय एग्रो बिहार, 2019 राज्यस्तरीय कृषि यंत्र प्रदर्शनी-सह-किसान मेला का आज समापन हो गया। इस वर्ष इस प्रदर्शनी-सह-मेला में राज्य के किसानों ने जमकर कृषि यंत्रों की खरीदारी की है। इस प्रदर्शनी में लगभग 21 करोड़ रूपये के कृषि यंत्रों की बिक्री हुई, जिन पर राज्य के किसानों को 6,96,13,400 रूपये अनुदान दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस साल इस प्रदर्शनी-सह-मेला का आयोजन सफल आयोजन था। इस कार्यक्रम में सभी जिला कृषि पदाधिकारियों का सहयोग अच्छा रहा। परन्तु इस मेला में कृषि यंत्रों पर अनुदान देने वाले श्रेष्ठ तीन जिले भोजपुर, रोहतास और पटना का प्रदर्शन सराहनीय रहा। इन तीनों जिलों में किसानों को क्रमशः 1,16,95,000, 52,68,000 एवं 52,33,000 रू॰ कृषि यत्रों पर अनुदान दिया गया है। इस प्रदर्शनी में चार दिनों में लगभग 32,000 लोग आये। इस वर्ष इस मेले का आयोजन काफी सुन्दर तरीके से किया गया था। राज्य सरकार द्वारा राज्य में किसानों को 76 प्रकार के कृषि यंत्रों के क्रय पर 160 करोड़ रूपये अनुदान देने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने इस मेला के आयोजन में सहयोग करने के लिए विभागीय एवं आई॰सी॰सी॰ के पदाधिकारियों/कर्मचारियों विशेषकर राज्य के किसान भाईयों एवं बहनों को धन्यवाद दिया।
आज इस प्रदर्शनी-सह-मेला में चार दिनों में राज्य के किसानों के बीच अब तक 25 कम्बाईन हार्वेस्टर, 75 रीपर-कम-बाईन्डर, 58 जीरोटिलेज, 9 पावर टीलर, 375 रोटावेटर, 201 थ्रेसर, 7 एम.बी. प्लाऊ, 18 स्ट्रा रीपर/स्ट्रा कम्बाईन, 1 लैण्ड लेजर लेवलर, 220 चैफकटर, 8 मिनी रबर राईस मिल, 64 कल्टीवेटर, 282 पम्पसेट/विद्युत मोेटर, 93 पावर स्प्रेयर, 82 डिस्क हैरो, 7 सेल्फ प्रोपेल्ड रीपर, 5 रीजर/ट्रेंचर, 2 ब्रस कटर आदि कृषि यंत्रों के क्रय पर 6,96,13,400 रूपये अनुदान के रूप में वितरित किये गये, जिसमें आज 1,61,79,500 रूपये अनुदान दिये गये।
वर्ष 2011 से एग्रो बिहार राज्य स्तरीय कृषि यांत्रिकरण मेला का आयोजन प्रत्येक वर्ष पटना में किया जाता रहा है। इस मेले की विशेषता यह है कि यहाँ एक ही स्थान पर आधुनिक कृषि यंत्रों के निर्माता-विक्रेता एवं किसान का सीधा संवाद होता है तथा विभिन्न प्रकार के आधुनिक कृषि यंत्र भी मेला में उपलब्ध होते हैं। कृषि विभाग के इस पहल से राज्य के किसानों को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के आधुनिक कृषि यंत्रों के बारे में जानकारी लेने एवं उन्हें खरीदने का मौका मिलता है।
मेला परिसर में संचालित किसान पाठशाला में प्रतिभागी किसानों को बसोका के निदेशक श्री अशोक प्रसाद द्वारा गुणवत्तायुक्त बीज उत्पादन से किसानों की समृद्धि, संयुक्त निदेशक, कृषि अभियंत्रण श्री जय प्रकाश नारायण द्वारा कृषि यांत्रिकरण योजना के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही, संयुक्त निदेशक (रसायन), मिट्टी जाँच श्री राम प्रकाश सहनी द्वारा मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन, उप निदेशक भूमि संरक्षण श्री संजय कुमार द्वारा भूमि संरक्षण निदेशालय द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी तथा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद्, पटना के वैज्ञानिक द्वारा जलवायु परिवर्तन के परिप्रेक्ष्य में फसल उत्पादन के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
मेला परिसर में प्रत्येक दिन कृषकों के मनोरंजन के लिए कला, संस्कृति एवं युवा विभाग द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। इस कड़ी में आज मेला के मुख्य मंच से सुश्री रेखा झा, सुश्री विनीता पाण्डेय, श्रीमती सुजाता शर्मा एवं सुश्री रेणु कुमारी द्वारा लोकगीत की प्रस्तुति दी गई, जो दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
आज गाँधी मैदान, पटना में कृषि विभाग, बिहार द्वारा आई॰सी॰सी॰ के सहयोग से आयोजित 09-12 फरवरी, 2019 तक चलने वाले चार दिवसीय एग्रो बिहार, 2019 राज्यस्तरीय कृषि यंत्र प्रदर्शनी-सह-किसान मेला का समापन सफलतापूर्वक सम्पन्न हो गया। इस समारोह में सभी कृषि यंत्र निर्माता कम्पनियों को द्वारा संयुक्त रूप से प्रमाण-पत्र एवं मोमेन्टो प्रदान किया गया। इस अवसर पर अपर निदेशक श्री धनन्जयपति त्रिपाठी, निदेशक पी॰पी॰एम॰ श्री गणेश कुमार, निदेशक, बामेती डाॅ॰ जितेन्द्र प्रसाद, संयुक्त निदेशक (शष्य), पटना प्रमंडल श्री उमेश प्रसाद मंडल, संयुक्त निदेशक (शष्य), मगध प्रमंडल श्री आभान्शु सी॰ जैन, संयुक्त निदेशक, कृषि अभियंत्रण श्री जय प्रकाश नारायण, संयुक्त निदेशक, कृषि अभियंत्रण श्री सुधीर कुमार मिश्रा, संयुक्त निदेशक, कृषि अभियंत्रण श्री नरेन्द्र लोहानी, आई॰सी॰सी॰ के निदेशक श्रीमती मधुपर्णा भौमिक, किसान चाची श्रीमती राजकुमारी देवी, आई॰सी॰सी॰ के श्री बालकृष्ण सिंह, विभागीय एवं आई॰सी॰सी॰ के अन्य पदाधिकारी तथा कर्मचारीगण सहित बड़ी संख्या में किसान भाई-बहन उपस्थित थे। सहित कृषि विभाग एवं सी॰आई॰आई॰ के अन्य पदाधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित थे।
एग्रो बिहार, 2019 का मुख्य आकर्षण
लगभग 3 लाख वर्ग फीट क्षेत्र में इस मेला में 100 से अधिक स्टाॅल लगाये गए हैं।
इस प्रदर्शनी में बिहार के अलावे दिल्ली, हरियाणा, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, राजस्थान, पंजाब, गुजरात, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों के कृषि यंत्र निर्माता आधुनिक कृषि यंत्रों के साथ भाग ले रहे हैं।
प्रत्येक दिन किसान पाठशाला में किसानों को बुआई से कटाई तक के नवीनतम कृषि यंत्र, शक्ति चालित कृषि यंत्र, छोटे-छोटे कृषि यंत्र, संसाधन संरक्षण तकनीक में कृषि यंत्रों की उपयोगिता, कृषि उत्पाद प्रसंस्करण एवं भैल्यू एडिशन से संबंधित कृषि यंत्र, सूक्ष्म एवं ड्रिप सिंचाई यंत्र, खरपतवार नियंत्रक व निकाई-गुराई संबंधित यंत्र तथा कृषि यंत्रों की कार्य क्षमता बढ़ाने के लिए कल-पूर्जों के रख-रखाव एवं अन्य संबंधित विषयों पर प्रशिक्षण दिया जायेगा।
राज्य के विभिन्न जिलों से प्रतिदिन 2500 किसानों को आत्मा के माध्यम से सरकारी खर्चे पर मेला में लाने की व्यवस्था की गई है।
इस मेला में भारत सरकार, राज्य सरकार के वरीय पदाधिकारीगण एवं वरीय वैज्ञानिकगण भी भाग ले रहे हैं।
आधुनिक कृषि यंत्रों के अतिरिक्त स्थानीय कृषि उत्पाद के प्रसंस्करण/भैल्यू एडीसन कर रोजगार का अवसर प्रदान करने वाले छोटे-मंझोले यंत्र भी इस मेला में प्रदर्शित किये गये हैं।
राज्य के सभी जिलों में उन्नत कृषि यंत्रों के विक्रेता उपलब्ध नहीं होने के कारण कृषकों को यंत्र क्रय करने में कठिनाई होती है। इस समस्या को दूर करने के उद्देश्य से इस मेला में कृषि यंत्रों के निर्माताओं एवं बिक्रेताओं की व्यावसायिक बैठक (बी॰ टू बी॰ मीट) का आयोजन भी किया गया है।
यंत्र निर्माताओं/विक्रेताओं की समस्या और उसके निराकरण हेतु बिजनेस-टू-गवर्नमेन्ट (बी॰ टू जी॰ मीट) का भी आयोजन किया जा रहा है।
इस मेला में पहली बार रूफ टाॅप गार्डेनिंगए पशुपालन, मत्स्यपालन, मधुमक्खीपालन, उद्यान, भूमि संरक्षण, बीज, खाद, कीटनाशक दवा आदि से संबंधित प्रदर्शनी एवं स्टाॅल लगाये गए हैं।
स्थानीय बच्चों एवं कृषि महाविद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों के बीच कृषि के प्रति आकर्षण बढ़ाने के उद्देश्य से मेला भ्रमण करने एवं क्वीज प्रतियोगिता में भाग लेने हेतु उन्हें आमंत्रित किया गया है।
मेला परिसर में कला, संस्कृति एवं युवा विभाग द्वारा प्रतिदिन कृषकों/आगंतुकों के मनोरंजन के लिए रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन संध्या में प्रत्येक दिन किया जायेगा।
इस प्रदर्शन में आगंतुकों के लिए बिहारी ब्यंजनों का फूड कोर्ट की व्यवस्था भी की गई है।