माननीय मंतà¥à¤°à¥€, कृषि विà¤à¤¾à¤—, बिहार डाॅ॰ पà¥à¤°à¥‡à¤® कà¥à¤®à¤¾à¤° ने कहा कि रबी मौसम समापà¥à¤¤à¤¿ की ओर अगà¥à¤°à¤¸à¤° है। राजà¥à¤¯ में दलहनी à¤à¤µà¤‚ तेलहनी फसलों की कटाई हो रही है तथा अगले कà¥à¤› दिनों में गेहूठकी कटनी शà¥à¤°à¥‚ होगी। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि मजदूरों के अà¤à¤¾à¤µ में अधिकांश किसान à¤à¤¾à¤ˆ-बहन आज कल कमà¥à¤¬à¤¾à¤ˆà¤¨ हारà¥à¤µà¥‡à¤¸à¥à¤Ÿà¤° से फसलों की कटाई करते हैं, जिससे खेतों में फसल के तने का अधिकांश à¤à¤¾à¤— रह जाता है। किसान à¤à¤¾à¤ˆ-बहन फसल अवषेष को खेतों में ही जला देते हैं, जिससे मिटà¥à¤Ÿà¥€ का तापमान बà¥à¤¤à¤¾ है। इसके परिणामसà¥à¤µà¤°à¥‚प मिटà¥à¤Ÿà¥€ में उपलबà¥à¤§ जैविक कारà¥à¤¬à¤¨ जल कर नषà¥à¤Ÿ हो जाता है। इसके कारण मिटà¥à¤Ÿà¥€ की उरà¥à¤µà¤°à¤¾-शकà¥à¤¤à¤¿ कम हो जाती है। साथ ही, मिटà¥à¤Ÿà¥€ का तापमान बà¥à¤¨à¥‡ के कारण मिटà¥à¤Ÿà¥€ में उपलबà¥à¤§ सूकà¥à¤·à¥à¤® जीवाणà¥, केंचà¥à¤† आदि मर जाते हैं। इनके मिटà¥à¤Ÿà¥€ में रहने से ही मिटà¥à¤Ÿà¥€ जीवंत कहलाता है। फसल अवषेषों को जलाने से जमीन में उपलबà¥à¤§ जरूरी पोषक ततà¥à¤µ नषà¥à¤Ÿ हो जाते हैं, मिटà¥à¤Ÿà¥€ में नाईटà¥à¤°à¥‹à¤œà¤¨ की कमी हो जाती है, जिसके कारण फसलों का उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ घटता है। इसके साथ ही, वायà¥à¤®à¤‚डल में कारà¥à¤¬à¤¨ डाईआॅकà¥à¤¸à¤¾à¤ˆà¤¡ की मातà¥à¤°à¤¾ à¤à¥€ बà¥à¤¤à¥€ है, जिसके कारण वातावरण पà¥à¤°à¤¦à¥‚षित होता है और जलवायॠपरिवरà¥à¤¤à¤¨ जैसी समसà¥à¤¯à¤¾à¤à¤à¤‚ उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हो रही है।
माननीय मंतà¥à¤°à¥€ ने कहा कि फसल की कटाई के उपरानà¥à¤¤ खेतों में फसलों के अवशेष खà¤à¥‚टी, à¤à¥‚सा आदि को जलाना बहà¥à¤¤ ही खतरनाक पà¥à¤°à¤µà¥ƒà¤¤à¥à¤¤à¤¿ है, à¤à¤¸à¤¾ करने से खेत की मिटà¥à¤Ÿà¥€ के साथ-साथ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ पर à¤à¥€ इसका बहà¥à¤¤ बà¥à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ पड़ता है। साथ ही, खेत की मिटà¥à¤Ÿà¥€ खराब होती है à¤à¤µà¤‚ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¦à¥‚षित होता है। इस समसà¥à¤¯à¤¾ के समाधान के लिठतकनीकी à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¬à¤‚धकीय कौशल की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ को देखते हà¥à¤ पिछले वरà¥à¤· बिहार कृषि विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯, सबौर, à¤à¤¾à¤—लपà¥à¤° दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ à¤à¤µà¤¨, पटना में राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ à¤à¤µà¤‚ अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤¤à¤° के विशेषजà¥à¤žà¥‹à¤‚ से अनà¥à¤à¤µ साà¤à¤¾ करने के लिठà¤à¤• अतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ का आयोजन किया गया था। सरकार दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ बिहार कृषि विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ को इस अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ में फसल अवशेष पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन विषय पर विशेषजà¥à¤žà¥‹à¤‚ से पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ सà¥à¤à¤¾à¤µ के आधार पर फसल अवशेषों से किसानों की आमदनी बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ हेतॠकारà¥à¤¯ करने के लिठअधिकृत किया गया है। बिहार कृषि विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ इस विषय पर कारà¥à¤¯ à¤à¥€ किया जा रहा है।
डाॅ॰ कà¥à¤®à¤¾à¤° ने राजà¥à¤¯ के किसान à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ à¤à¤µà¤‚ बहनों से अपील किया कि फसल अवशेषों को खेतों में न जलाकर उसे मिटà¥à¤Ÿà¥€ में मिला दें, वरà¥à¤®à¥€ कमà¥à¤ªà¥‹à¤¸à¥à¤Ÿ बनायें अथवा पलवार विधि से खेती करंे। à¤à¤¸à¤¾ करने से मिटà¥à¤Ÿà¥€ का सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ अचà¥à¤›à¤¾ होगा à¤à¤µà¤‚ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ को à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¦à¥‚षित होने से बचाया जा सकेगा। इससे फसलों के उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ à¤à¤µà¤‚ उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤•à¤¤à¤¾ में वृदà¥à¤§à¤¿ होगी और इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° किसानों की आमदनी बà¥à¥‡à¤—ी।