बिहार के कृषि मंत्री डाॅ0 प्रेम कुमार ने कहा कि राज्य के सभी जिला के प्रखण्डों में ई-किसान भवन का निर्माण कराया जा रहा है, जिसमें प्रखण्ड स्तर पर सभी कृषि संबंधी तकनीकी सेवायें सीधे तौर पर किसानों को उपलब्ध कराया जायेगा। ई-किसान भवन में विभिन्न कार्यालयों को स्थापित करने के लिए उपस्कर की व्यवस्था की जा रही है। पूर्व में 268 प्रखण्डों में निर्मित ई-किसान भवन को उपस्कर से सुसज्जित किया जा चुका है। शेष 188 ई-किसान भवन को उपस्कर से सुसज्जित किया जाना है, जिसके लिए 946.204 लाख रूपये व्यय करने हेतु स्वीकृत किया गया है।
माननीय मंत्री ने कहा कि ई-किसान भवन में (क) कृषि सूचना एवं सलाहकार केन्द्र, (ख) मिट्टी जाँच प्रयोगशाला, (ग) प्रशिक्षण केन्द्र, (घ) विश्रामालय, (ड) पौधा संरक्षण केन्द्र, (च) सूचना तकनीक एवं विपणन आसूचना केन्द्र, (छ) भाड़े पर उपलब्ध कराने हेतु कृषि यंत्र अधिकोष, (ज) प्रखण्ड स्तरीय कृषि कार्यालय स्थापित किये जायेंगे। ई-किसान भवन इंटरनेट सुविधा के साथ कृषि विभाग के एक बड़े सूचना केन्द्र के साथ जुड़ा रहेगा जिसके माध्यम से किसान, मौसम एवं अन्य जानकारियों को यहाँ से सीधे प्राप्त कर सकते हैं। राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस परियोजना कृषि के अंतर्गत सभी ई-किसान भवनों में कम्प्यूटर तथा इनसे संबंधित उपस्कर उपलब्ध कराया गया है।
डाॅ॰ कुमार ने कहा कि प्रखण्डों में ई-किसान भवन का निर्माण एवं उनका आधुनिकीकरण हो जाने से उस प्रखण्ड के किसानों को काफी लाभ होगा। ई-किसान भवन की स्थापना के फलस्वरूप प्रखण्ड स्तर पर कृषि संबंधी समग्र सेवाएँ एक ही खिड़की से दी जा सकेगी, जिससे किसानों को विश्वसनीय तरीके से उपादानों एवं सेवाएँ की व्यवस्था सुनिश्चित होगी, जिससे कृषि उत्पादन एवं किसानों के आय में वृद्धि होगी।