इजराइल की तर्ज पर बिहार में होगी खेती, आधुनिक कृषि यंत्रों से लैस होंगे किसान, मिलेगी बेहतर सुविधा : डाॅ. प्रेम कुमार

अखिल भारतवर्षीय चंद्रवंशी (कहार) क्षत्रिय महासभा में रविवार को शिरकत करने आए बिहार सरकार के कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने बिहार में कृषि क्षेत्र में किए जा रहे क्रांतिकारी परिवर्तन की जानकारी देते हुए कहा कि बिहार सरकार इजराइल के देखा-देखी बिहार में खेती की प्रक्रिया चलाने की भी शुरुआत कर रही है। इसके तहत बिहार के किसानों को यांत्रिकी से कृषि पर बल देने पर भी जोड़ दिया जा रहा है । राज के किसान आधुनिक और वैज्ञानिक तरीके से खेती करें। इसके लिए जहां पहले से 71 प्रकार की कृषि यंत्र सब्सिडी पर किसानों को दी जाती थी उसमें 5-6 यंत्र और बढ़ाया गया है। पत्रकार वार्ता में छातापुर विधायक नीरज कु बबलू, भाजपा के युवा अध्यक्ष सिद्धार्थ सिंह सिद्धू , सहित कृषि विभाग के कई पदाधिकारी मौजूद थे। 

अखिल भारतवर्षीय चंद्रवंशक्षत्रिय महासभा सम्मेलन का उदघाटन करते राज्य के कृषि मंत्री डा. प्रेम कुमार व अन्य। 

206 प्रखंड को किया गया सूखाग्रस्त घोषित 
इस वर्ष जून-जुलाई में औसत से कम वर्षा हुई थी। प्रथम पेज में 23 जिलों के 206 प्रखंड को सूखाग्रस्त घोषित किया गया। जिसमें पहले तीन डीजल अनुदान देने की बात की गई थी। जिसे बाद में पांच डीजल अनुदान में परिवर्तित कर दिया गया। साथ ही बाद में सर्वे करने के बाद 206 प्रखंड में 69 प्रखंड और बढ़ा दिया गया। 

अनुदान की प्रक्रिया अब हुई आसान 
अनुदान की प्रक्रिया पहले जटिल थी। किसानों को 6-8 महीने तक अनुदान नहीं मिल पाती थी। जिसे बदल कर ऑनलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया बनाई गई। पहले की प्रक्रिया से डीएम और बीडियो को बाहर निकालकर कृषि विभाग और किसान को सीधे जोड़ दिया गया । 

बिना प्रीमियम जमा किए फसल बीमा का लाभ 
बिहार सरकार ने बिहार राज्य फसल सहायता योजना लाया है । जिसमें निबंधित किसान को बिना प्रीमियम जमा किए ही फसल बीमा का लाभ दिया जाने लगा है।िहार के 36 लाख 74 हजार 207 किसानों ने अपना निबंधित कराया । वहीं सहरसा जिले के 1 लाख 31 हजार किसानों ने डीजल अनुदान की प्रक्रिया के लिए ऑनलाइन निबंधन करवाया है। जिन्हें 25 दिनों के भीतर डीजल अनुदान की राशि निर्गत भी कर दी गई है। ऐसे में राज्य के 18 लाख 892 किसानों में से 9 लाख 43 हजार किसानों को अनुदान दिया जा चुका है। 

चंद्रवंशी (कहार) मगध सम्राट जरासंध के वंशज हैं इतिहास काफी रहा है गौरवशाली : डाॅ. प्रेम 
सहरसा | स्थानीय सुपर मार्केट स्थित कला भवन में रविवार को अखिल भारतवर्षीय चंद्रवंशी (कहार) क्षत्रिय महासभा के कोसी प्रमंडलीय सम्मेलन राज्य के कृषिमंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि वे लोग मगध सम्राट जरासंध के वंशज हैं। जिनका इतिहास काफी गौरवशाली रहा है । बिहार में हमारी आबादी 70 लाख है। इसके बावजूद उनका समाज सामाजिक एवं राजनीतिक रूप से हाशिए पर हैं। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार द्वारा किए गए कार्यों का उल्लेख भी किया और चंद्रवंशी समाज को अनुसूचित जाति का दर्जा देने का शंखनाद भी किया। उन्होंंने राज्य के पिछड़ेपन के लिए पहले कांग्रेस पार्टी को दोषी ठहराया। 

चंद्रवंशी समाज विकास के दौर में रह गए पीछे | छातापुर विधायक नीरज कुमार बबलू ने कहा कि अखिल भारतीय चंद्रवंशी समाज विकास के दौर में काफी पीछे है। उन्होंने चंद्रवंशी समाज के पूर्वज महाराज जरासंध का उल्लेख करते हुए चन्द्रवंशी समाज के गौरवशाली इतिहास पर चर्चाएं की । 

ये लोग थे मौजूद | सम्मेलन को संबोधित करने वालों में भाजपा जिला अध्यक्ष नीरज कुमार गुप्ता, प्रदेश महामंत्री शिवपूजन चंद्रवंशी , प्रदेश उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार चंद्रवंशी , प्रदेश युवा अध्यक्ष महेंद्र कुमार , रवि चंद्रवंशी , रामरतन चंद्रवंशी , विमला देवी आदि थे । 

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