राज्य सरकार जल एवं मिट्टी के संरक्षण के लिए दृढ़संकल्पित -डाॅ॰ प्रेम कुमार

माननीय मंत्री, कृषि विभाग, बिहार डाॅ॰ प्रेम कुमार ने कहा कि राज्य सरकार जल एवं मिट्टी के संरक्षण के लिए दृढ़संकल्पित है। वर्ष 2019-20 में मिट्टी एवं जल संरक्षण की राज्य योजना के तहत 2350 जल संचयन संरचना का निर्माण किया गया तथा उनके गाद की सफाई आदि का कार्य भी किया गया। साथ ही, इस वर्ष 485 हेक्टेयर क्षेत्र में पौधारोपण का कार्य किया गया एवं 2,916.21 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की व्यवस्था सुनिष्चित की गयी है। 
माननीय मंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर भारत के लिए हरित क्रांति योजना के अन्तर्गत कुल 680 सामुदायिक सिंचाई कूप, निजी बोरवेल एवं सामुदायिक बोरवेल की स्थापना की गयी है। इसके अतिरिक्त 2,347.50 हेक्टेयर क्षेत्र में अतिरिक्त सिंचाई की व्यवस्था भी की गयी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना प्रतिबूँद अधिक फसल (अन्य अन्तःक्षेप) के अंतर्गत 306.05 हेक्टेयर क्षेत्र में अतिरिक्त सिंचाई क्षमता का सृजन किया गया है। साथ ही, समेकित जलछाजन प्रबंधन कार्यक्रम के अंतर्गत इस अवधि तक 507 जल संचयन संरचना का निर्माण किया गया। इस योजना के अंतर्गत 2,369.51 हेक्टेयर क्षेत्र में अतिरिक्त सिंचाई क्षमता में वृद्धि की गयी है। 
डाॅ॰ कुमार ने कहा कि सरकार द्वारा अगले वित्तीय वर्ष 2020-21 में जलछाजन विकास योजना के अन्तर्गत 979 विभिन्न आकार के भूमि एवं जल संरक्षण से संबंधित संरचना का निर्माण करने एवं जीर्णोंद्धार करने का कार्य किया जायेगा तथा 38,974 हेक्टेयर क्षेत्र में पौधारोपण का कार्य भी किया जायेगा। इसके अतिरिक्त सरकार द्वारा राज्य योजना वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए कुल 4,249 हेक्टेयर भूमि एवं जल संरक्षण का निर्माण तथा जीर्णोंद्धार का कार्य किया जायेगा तथा 997.44 हेक्टेयर में पौधारोपण का कार्य भी किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस योजना के कार्यान्वयन से किसानों के फसलों की सिंचाई करने में सुविधा होगी तथा भू-जल स्तर में सुधार होगा। इससे फसल के उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि होगी एवं किसानों की आमदनी बढ़ेगी।
 

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