माननीय मंत्री, कृषि विभाग, बिहार डाॅ॰ प्रेम कुमार ने कहा कि राज्य में रबी 2019-20 मौसम के फरवरी माह में असमय वर्षा/आँधी/ओलावृष्टि के कारण खड़ी फसलों को हुई क्षति की भरपाई के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रतिवेदित 11 जिलों औरंगाबाद, भागलपुर, बक्सर, गया, जहानाबाद, कैमूर, मुजफ्फरपुर, पटना, पूर्वी चंपारण, समस्तीपुर तथा वैशाली में प्रभावित किसानों को कृषि इनपुट अनुदान देने का निर्णय लिया गया है।
माननीय मंत्री ने कहा कि इन प्रभावित जिलों के किसानों को यह अनुदान भारत सरकार द्वारा अधिसूचित प्राकृतिक आपदाओं एवं राज्य सरकार द्वारा स्थानीय आपदाओं के अधीन निर्धारित सहाय्य मापदंडों के अनुरूप दिया जायेगा। किसानों को कृषि इनपुट अनुदान वर्षाश्रित यानि असिंचित फसल क्षेत्र के लिए 6,800 रूपये प्रति हेक्टेयर की दर से दिया जायेगा, जबकि सिंचित क्षेत्र के लिए किसानों को 13,500 रूपये प्रति हेक्टेयर की दर से यह अनुदान दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि यह अनुदान प्रति किसान अधिकत्तम दो हेक्टेयर के लिए ही देय होगा। सरकार द्वारा प्रभावित किसानों को इस योजना के अन्तर्गत फसल क्षेत्र के लिए कम-से-कम 1,000 रूपये अनुदान दिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि इस योजना का लाभ आॅनलाईन पंजीकृत किसानों को ही दिया जायेगा। जो किसान पूर्व से पंजीकृत नहीं हैं, वे कृषि विभाग, बिहार सरकार के वेबसाईट ीजजचरूध्ध्ूूूणतपेीपण्इपीण्दपबण्पद पर दिये गये लिंक क्ठज् पद ।हतपबनसजनतम पर या ीजजचेरूध्ध्कइजंहतपबनसजनतमण्इपींतण्हवअण्पद पर लाॅग-ईन कर अपना पंजीकरण अवश्य करा लें। आॅनलाईन पंजीकरण कराना बिलकुल आसान है। किसान स्वयं अपने मोबाईल/लैपटाॅप अथवा ई-किसान भवन से निःशुल्क से डी॰बी॰टी॰ पंजीकरण एवं अनुदान के लिए आॅनलाईन आवेदन कर सकते हैं। किसान नजदीकी काॅमन सर्विस सेन्टर/वसुधा केन्द्र पर से सम्पर्क कर 10 रू० शुल्क का भुगतान कर अपना आवेदन करा सकते हैं। इनके अतिरिक्त किसान भाई-बहन अन्य किसी कम्प्यूटर सेन्टर से भी अपनी सुविधा के अनुसार किसान पंजीकरण एवं कृषि इनपुट अनुदान के लिए आॅनलाईन आवेदन करा सकते हैं।
डाॅ॰ कुमार ने कहा कि कृषि इनपुट अनुदान की राशि किसानों को उनके आधार से जुड़े बैंक खाते में ही अंतरित की जायेगी। इस योजना का लाभ लेने हेतु आवेदन करने की अंतिम तिथि 23 मार्च, 2020 तक निर्धारित किया गया है। अभी तक 1,41,853 किसानों द्वारा कृषि इनपुट अनुदान के लिए आवेदन किया गया है। उन्होंने किसान भाइयों/बहनों से अपील किया कि आॅन-लाईन आवेदन कर सरकार की इस योजना का अधिक-से-अधिक संख्या में लाभ उठायें।