माननीय मंत्री, कृषि विभाग, बिहार डाॅ॰ प्रेम कुमार ने कहा कि यह बहुत हर्ष का विषय है कि भारत सरकार के कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय के प्रशासनिक एवं लोक शिकायत विभाग द्वारा बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर, भागलपुर को सूचना एवं प्रौद्योगिकी तकनीक आधारित ई-कृषि प्रसार के लिए ‘‘शैक्षणिक अनुसंधान संस्थानों द्वारा नागरिक केंद्रित सेवाओं पर उत्कृष्ट शोध’’ वर्ग में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु राष्ट्रीय स्तर पर द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित करते हुए रजत पदक प्रदान किया गया है। उन्होंने इसके लिए बिहार कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ॰ अजय कुमार सिंह तथा निदेशक, प्रसार शिक्षा डाॅ॰ आर॰के॰ सोहाने को बधाई दिया।
माननीय मंत्री ने कहा कि बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर, भागलपुर में कृषि विभाग द्वारा अत्याधुनिक मीडिया सेंटर की स्थापना की गई है। इस मीडिया सेंटर में किसानों को सरल भाषा में कृषि की तकनीकी जानकारी यथा फसलों का उत्पादन, उसमें लगने वाले कीट-व्याधि से निदान, मशरूम, मधु उत्पादन, उर्वरकों का सही मात्रा में इस्तेमाल, मिट्टी जाँच की उपयोगिता जैसे सैकड़ों विषयों पर तकनीकी वृत्त चित्र के माध्यम से किसान को प्रशिक्षित किया जा रहा है। ऐसे वृत्त चित्रों से यूट्यूब के माध्यम से देश भर के किसान लाभान्वित हो रहे हैं। इसी प्रकार, इस विश्वविद्यालय का मीडिया सेंटर सभी कृषि विज्ञान केन्द्रों से वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भी जुड़ा हुआ है, जिसमें रोस्टर के अनुसार किसान सीधे वैज्ञानिकों के साथ संवाद करते हैं। राज्य स्तर पर प्रत्येक माह में ‘‘किसानों की बात, कृषि मंत्री के साथ’’ का आयोजन भी इसी का प्रतिफल है। हाल ही में आयोजित किये गये अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में फसल अवशेष प्रबंधन विषय पर आधारित वृत चित्र को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है।
डाॅ॰ कुमार ने कहा कि भारत सरकार द्वारा मुम्बई में 07-08 फरवरी, 2020 को आयोजित ई-गवर्नेंस के 23वें राष्ट्रीय सम्मेलन में बिहार कृषि विश्वविद्यालय की पूरी टीम को इसके लिए सम्मानित किया जायेगा। यह हम लोगों के लिए गर्व की बात है।