200 मे॰ टन वाले गोदाम के निर्माण करने पर सामान्य वर्ग के किसानों को 5 लाख रू॰ तथा अनुसूचित जाति/जनजाति के किसानों को 6 लाख रू॰ तक मिलेगा अनुदान -डाॅ॰ प्रेम कुमार

माननीय मंत्री, कृषि विभाग, बिहार डाॅ॰ प्रेम कुमार ने कहा कि सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2019-20 में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत गोदाम निर्माण की स्वीकृति दी गई है। ग्रामीण स्तर पर अनाजों के सुरक्षित भंडारण तथा कृषि आधारित उद्यमिता के विकास एवं विपणन सहायता के लिए भंडारण की सुविधा हेतु गोदाम निर्माण की योजना ली गई है। 200 मे॰ टन धारिता वाले गोदाम के निर्माण करने पर सामान्य वर्ग के किसानों को अधिकत्तम 5 लाख रू॰ प्रति इकाई अथवा लागत का 50 प्रतिशत जो कम हो तथा अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के किसानों को अधिकत्तम 6 लाख रू॰ प्रति इकाई अथवा लागत का 75 प्रतिशत जो कम हो, अनुदान देने की व्यवस्था की गई है। 
माननीय मंत्री ने कहा कि यह योजना राज्य के 23 जिले अरवल, औरंगाबाद, बाँका, बेगूसराय, भागलपुर, भोजपुर, बक्सर, गया, जमुई, जहानाबाद, कैमूर, खगड़िया, लखीसराय, मुँगेर, नालन्दा, नवादा, पटना, रोहतास, सारण, शेखपुरा, शिवहर, वैशाली एवं प॰ चम्पारण में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के हरित क्रांति उप योजना के तहत् तथा शेष 15 जिले सिवान, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, पूर्वी चम्पारण, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, पूर्णियाँ, किशनगंज, अररिया तथा कटिहार जिला में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना-रफ्तार के अंतर्गत कार्यान्वित किया जायेगा। 
डाॅ॰ कुमार ने बताया कि राज्य के अन्नदाता किसान भाई-बहन कड़ी मेहनत करके विभिन्न फसलों का उत्पादन तो कर लेते हैं, परन्तु उनके पास अनाज के भंडारण की उचित सुविधा नहीं होने के कारण वे अपने अनाजों को औने-पौने दाम में बेचने को मजबूर हो जाते हैं। अगर वे अनाजों को अपने घर में ठीक से नहीं रखते हैं तो उनमें चूहा लगने एवं अन्य कीड़ों से काफी नुकसान होता है। इस प्रकार, किसान भाईयों एवं बहनों को आर्थिक क्षति झेलनी पड़ती है। सरकार द्वारा किसानों के इन्हीं समस्याओं को ध्यान में रखते हुए अन्न भंडारण हेतु धातु कोठिला एवं गोदाम निर्माण के लिए अनुदान देने का प्रावधान किया गया है।
उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा ठीक ढ़ंग से अन्न भंडारण करने पर अनाज नुकसान नहीं हो पायेगा, उन्हें अनाज का सही दाम मिलेगा, जिससे उनकी आमदनी बढ़ेगी और इस प्रकार वे खुशहाल होंगे।
 

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