राज्य में यूरिया की निर्बाध हो रही है आपूत्र्ति -डाॅ॰ प्रेम कुमार

माननीय मंत्री, कृषि विभाग, बिहार डाॅ॰ प्रेम कुमार ने कहा कि राज्य के किसानो को यूरिया खाद की ससमय निर्बाध आपूर्ति की जा रही है। अब तक राज्य के लिए 970000 मे0ट0 यूरिया की आवश्यकता के विरूद्ध 1001900 मे0टन यूरिया आवंटित किया गया है तथा 727817 मे0टन यूरिया की आपूर्ति हो गई है एवं 104367 मे0टन रास्ते में है। यदि किसी भी जिले में यूरिया की आपूर्ति में अनियमितता बरती जाती है तो संबंधित जिला कृषि पदाधिकारी, अनुमण्डल कृषि पदाधिकारी एवं जिला पदाधिकारी से सम्पर्क कर सकते हैं अथवा निदेशालय के नियंत्रण कक्ष के दुरभाष संख्या 0612-2217103 पर सम्पर्क किया जा सकता है। इसी प्रकार राज्य के लिए 280000 मे0टन डी॰ए॰पी॰ की आवश्यकता के विरूद्ध 391800 मे0टन डी॰ए॰पी॰ आवंटित किया गया है तथा 426258 मे0टन डी॰ए॰पी॰ की आपूर्ति हो गई है एवं 18086 मे0टन रास्ते में है। एन॰पी॰के॰ की आवश्यकता बिहार को 180000 मे॰टन थी, जिसके विरूद्ध अब तक 299350 मे॰टन एन॰पी॰के॰ आवंटित की गई, जबकि 186766 मे॰टन आपूत्र्ति किया गया तथा 8748 मे॰टन एन॰पी॰के॰ रास्ते में है। इसी प्रकार बिहार को 120000 मे॰टन की आवश्यकता के विरूद्ध अब तक 206400 मे॰टन एम॰ओ॰पी॰ का आवंटन प्राप्त हुआ तथा 132380 मे॰टन एम॰ओ॰पी॰ आपूत्र्ति की गई एवं 4976 मे॰टन रास्ते में है। 
माननीय मंत्री ने कहा कि राज्य में यूरिया की निर्बाध आपूत्र्ति हो रही है। राज्य में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है। हमारी सरकार किसानों को उचित मूल्य पर उर्वरक उपलब्ध कराने हेतु कृतसंकल्पित है। उन्होंने कहा कि उर्वरकों की कालाबाजारी पर निगरानी रखनेे हेतु जिला स्तर पर जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में एवं प्रखण्ड स्तर पर प्रखण्ड प्रमुख की अध्यक्षता में उर्वरक निगरानी समिति गठित है। इन समितियों की नियमित बैठक कराने हेतु सभी जिला पदाधिकारी को संसूचित किया गया है। साथ ही, सभी जिला कृषि पदाधिकारियों एवं प्रमण्डलीय संयुक्त निदेशकों को भी सतत् निगरानी रखने एवं सतर्क रहने का निदेश दिया गया है। सभी पदाधिकारियों को उर्वरकों की कालाबाजारी से संबंधित प्राप्त शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करने का निदेश दिया है।
उन्होंने कहा कि राज्य में उर्वरक की बिक्री केन्द्रों पर पी॰ओ॰एस॰ मशीन के माध्यम से 296 रूपये प्रति 50 किलोग्राम यूरिया के पैकेट एवं 266.50 रूपये प्रति 45 किलोग्राम यूरिया के पैकेट की दर पर ही बिक्री किया जाना है। राज्य में सभी खुदरा उर्वरक बिक्रेता को पी॰ओ॰एस॰ मशीन के माध्यम से ही उर्वरकों की बिक्री करना अनिवार्य कर दिया गया है। राज्य में उपलब्ध यूरिया का स्टाॅक बेवसाइट पर अपलोड है। किसी भी व्यक्ति के द्वारा किसी समय एम॰एफ॰एम॰एस॰ बेवसाईट पर जाकर डी॰बी॰टी॰ रिपोर्ट मंे देखा जा सकता है कि किस उर्वरक बिक्रेता के पास कौन-सा उर्वरक कितनी मात्रा में उपलब्ध है। अब कोई भी उर्वरक बिक्रेता उर्वरकों की उपलब्धता को छिपा नहीं सकेगा। 
डाॅ॰ कुमार ने किसान भाईयों एवं बहनों से अनुरोध किया कि किसी भी तरह के अफवाह पर ध्यान ना दें तथा अपनी आवष्यकता के अनुरुप ही यूरिया का क्रय करें। भविष्य में भी यूरिया की कोई कमी नहीं होने जा रही है। इसलिए अनावष्यक यूरिया का क्रय कर घर में अतिरिक्त स्टाॅक करने की आवष्यकता नहीं है। किसान भाईयों की आवष्यकता के अनुरुप हर समय राज्य में पर्याप्त मात्रा में यूरिया की उपलब्धता सुनिष्चित की जाएगी। हमारी सरकार के लिए किसानों का हित सर्वोपरि है तथा सरकार किसानों की उन्नति के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। 
 

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