किसान को प्रोत्साहित करने हेतु नियमित अंतराल पर किया जायेगा सब्जी महोत्सव का आयोजन -डाॅ॰ प्रेम कुमार

माननीय मंत्री, कृषि विभाग, बिहार डाॅ॰ प्रेम कुमार ने आज सम्राट अशोक कन्वेंशन केन्द्र के ज्ञान भवन में उद्यान निदेशालय, कृषि विभाग, बिहार द्वारा आयोजित तरकारी महोत्सव-2020 के दूसरे दिन कहा कि तरकारी महोत्सव के आयोजन से सब्जी उत्पादक किसानों को बहुत प्रोत्साहन मिला, बड़ी संख्या में किसानों के भाग लेने से विभाग की जवाबदेही बढ़ी है और विभाग किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए इस तरह के आयोजन नियमित अंतराल पर करायेगा।
माननीय मंत्री ने कहा कि सब्जी की नयी तकनीकी से खेती करने हेतु कृषकों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से तरकारी महोत्सव का आयोजन किया गया। राज्य में जैविक सब्जी का उत्पादन को बढ़ावा देना, बाजार व्यवस्थित एवं नयी-नयी प्रगति तथा वैज्ञानिक तकनीकी को कृषकों के बीच ले जाना उद्यान निदेशालय का प्रमुख कार्य है। इसी कड़ी में तरकारी महोत्सव कृषकों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना को जगाने, ज्ञानवर्धन, करने, नयी-नयी तकनीकी से रूबरू कराने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है। उन्होंने आगे बताया कि ड्रिप सिंचाई पद्यति का लाभ अगले कुछ महीनों में पन्द्रह हजार सब्जी उत्पादकों को दिया जायेगा।
डाॅ॰ कुमार ने कहा कि कुल 26 वर्ग में कुल 90 कृषकों को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा। कुल 90 कृषकों में 3 समस्तीपुर, 8 वैशाली, 10 सारण, 4 गया, 4 पश्चिमी चम्पारण, 3 मधेपुरा, 9 पूर्णियाँ, 6 नालन्दा और अन्य जिलों के 2-2 कृषक चयनित हुए। उन्होंने आगे बताया कि प्रदर्शनी में कृषकों के प्रदर्श का मूल्यांकन बिहार कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों की टीम के द्वारा किया गया जिसमें भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान, बेंगलुरू के प्र्रधान वैज्ञानिक डाॅ॰ एम. पिचाईमुथ्थु भी उपस्थित थे। 
बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर, भागलपुर के द्वारा म्गवजपब टमहमजंइसमे का प्रदर्शित किया गया जो आकर्षक का केन्द्र था मशरूम स्टाॅल पर भी कृषकों की काफी भीड़ लगी रही। ब्मदजमत व िम्गबमससमदबम वित टमहमजंइसम चण्डी, नालन्दा के स्टाॅल से कृषकों को 75 प्रतिशत अनुदानित कर बैंगन, टमाटर, मिर्च, खीरा, कद्दु के पौधे दिये गये है। 
इस महोत्सव में दिनभर दर्शकों की भीड़ उमड़ी रही। करीब 5000 लोगों ने प्रदर्शनी का आनन्द उठाया स्कूल-काॅलेज के छात्र-छात्राएॅ सेल्फी लेने में मशगुल दिखें। पटना शहर के बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक राज्य के उत्पादित सब्जी को देखा एवं उनके द्वारा प्रदर्शनी को सराहा गया। साथ ही, भारतीय प्रशासनिक सेवा एवं भारतीय वन सेवा के वरीय पदाधिकारियों ने महोत्सव में आये किसानों को प्रोत्साहित किया तथा उनके उत्पादों की सराहना की।
 

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