बसोका को एपीडा द्वारा जैविक प्रमाणन हेतु प्रमाणन संस्थान के रूप में मिली मान्यता -डाॅ॰ प्रेम कुमार

माननीय मंत्री, कृषि विभाग, बिहार डाॅ॰ प्रेम कुमार ने कहा कि नया साल कृषि विभाग के लिए शुभ संकेत लेकर आया है, क्योंकि आज बिहार राज्य बीज एवं जैविक प्रमाणन एजेंसी (बसोका), पटना को भारत सरकार, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के संस्थान कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधीकरण (एपीडा) द्वारा मूल्यांकन कर राष्ट्रीय मान्यता बोर्ड को जैविक प्रमाणन हेतु प्रमाणन संस्थान के रूप में मान्यता देने की अनुशंसा की गई है। राष्ट्रीय मान्यता बोर्ड की बैठक में बसोका को प्रमाणीकरण हेतु मान्यता देने की सम्पुष्टि की गई है। एपीडा द्वारा प्रमाणीकरण से संबंधित प्रमाण-पत्र प्राप्त होने के उपरान्त बसोका जैविक प्रमाणन का कार्य कर सकेगा।
उन्हांेने कहा कि राज्य के बारह जिलों यथा- बक्सर, भोजपुर, पटना, नालंदा, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, मुंगेर, लखीसराय, सारण एवं भागलपुर में जैविक कोरिडोर योजना का कार्यान्वयन किया जा रहा है। इसके साथ ही, अन्य जिलों में किसानों द्वारा समूह बनाकर जैविक उत्पादन के कार्य किये जा रहे हैं। जैविक खेती के लिए सबसे महत्त्वपूर्ण अवयव उसका अंगीकरण एवं प्रमाणीकरण होता है। प्रमाणीकरण के लिए अभी तक बिहार राज्य सिक्किम राज्य के प्रमाणन एजेंसी पर निर्भर था। लेकिन अब बसोका को मान्यता मिल जाने के बाद इस कार्य में तेजी आयेगी और कम-से-कम समय में निर्धारित मानकों के अनुसार किसानों को उनके जैविक खेती के उत्पादों को प्रमाण उपलब्ध कराया जा सकेगा। 
माननीय मंत्री ने कहा कि जैविक प्रमाणीकरण गुणवत्ता गारंटी की एक पद्धति है, जो निर्धारित मानकों एवं निर्यात नीति का पालन करने हेतु निर्धारित गुणवत्ता को सुनिश्चित करती है तथा कृषि व्यापार को प्रोत्साहित करती है। बसोका को प्रमाणीकरण की मान्यता प्राप्त होने से कृषि उत्पाद उपभोग करने वाले उपभोक्ताओं को यह गारंटी दी जायेगी कि वर्णित उत्पादन निर्धारित मानकों का उपयोग करते हुए उत्पादित किया गया है। जैविक प्रमाणीकरण प्राप्त होने से अन्य राज्य, देश एवं विदेश में बिहार से कृषि उत्पादों की निर्यात की सम्भावनाएँ बढ़ेंगी तथा कृषि उत्पादकों की बेहतर मूल्य की गारंटी भी प्राप्त होगी। 
डाॅ॰ कुमार ने कहा कि सरकार के सम्मिलित प्रयास का नतीजा है कि भारत सरकार द्वारा बसोका को प्रमाणीकरण संस्थान के रूप में बहुत कम समय में मान्यता प्राप्त हुआ है। इसके लिए मैं सचिव, कृषि विभाग डाॅ॰ एन॰ सरवण कुमार, कृषि निदेशक श्री आदेश तितरमारे एवं निदेशक, बसोका श्री अशोक प्रसाद को बधाई देता हूँ।
 

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