राष्ट्रीय जल पुरस्कार योजना के अंतर्गत बिहार को मिला तृतीय पुरस्कार

माननीय मंत्री, कृषि विभाग, बिहार डाॅ॰ प्रेम कुमार ने कहा कि बिहार में भूमि एवं जल संरक्षण हेतु कृषि विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के फलस्वरूप वर्षाश्रित जिलों में एक ओर जहाँ फसलों की सिंचाई की सुविधा मिल रही है, वहीं दूसरी ओर ग्रांउड वाटर की स्थिति में भी सुधार हो रहा है, जिसकी सराहना राष्ट्रीय स्तर पर हो रही है। भारत सरकार द्वारा वर्ष 2018 में राष्ट्रीय जल पुरस्कार योजना के अंतर्गत पूर्वी जोन के सर्वश्रेष्ठ जिला के लिए भू-जल पुनर्भरण (ग्राउन्ड वाटर रिचार्ज) की श्रेणी में मुंगेर जिला को जल संरक्षण/प्रबंधन के क्षेत्र में उत्कृष्ठ योगदान के लिए तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया है। पुरस्कार के रूप में एक मोमेंटो एवं प्रशस्तिपत्र दिया गया है। इस पुरस्कार को श्री शशि शेखर मंडल, उप निदेशक (कृषि अभियंत्रण), भूमि संरक्षण, मुंगेर द्वारा ग्रहण किया गया। 

माननीय मंत्री ने कहा कि यह हम बिहारवासियों के लिए गौरव की बात है। उन्होंने इसके लिए मुंगेर जिला सहित पूरे राज्य के किसान भाइयों एवं बहनों को बधाई दी है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत मुंगेर जिला के हवेलीखड़गपुर प्रखण्ड के रमनकावाद, मधवा, गंगटा, गायधार, दरियापुर, इस्लामपुर एवं बसबिट्टी गाँवों में जल संरक्षण हेतु कई परियोजनाओं में कार्य किये गये है। इस परियोजना के अंतर्गत यहाँ भू-क्षरण को रोकने एवं वर्षा जल को अधिक-से-अधिक संरक्षित करने के उद्देश्य से भूमि एवं जल संरक्षण संबंधी विभिन्न संरचनाओं यथा पक्का चेक डैम, साद अवरोधक बाँध, सिंचाई कूप, बड़े-छोटे तालाब आदि का निर्माण कराया गया, जिसके फलस्वरूप 85.03 हेक्टेयर में अतिरिक्त सिंचाई क्षमता का सृजन किया जा सका। माननीय मंत्री ने कहा कि यह योजना राज्य के 17 जिलों में कार्यान्वित की जा रही है।

डाॅ॰ कुमार ने राज्य के सभी किसान भाइयों एवं बहनों से अपील किया कि अधिक-से-अधिक वर्षा जल को संरक्षित किया जाये एवं इसका उपयोग सिंचाई एवं अन्य कार्यों में किया | 

 

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