माननीय मंत्री, कृषि विभाग, बिहार डाॅ॰ प्रेम कुमार ने आज कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न परिस्थितियों में कृषकों एवं पषुपालकों के समक्ष उत्पन्न परिस्थितियों पर कृषि एवं पषुपालन विभाग के वरीय पदाधिकारियों के साथ एक आकस्मिक बैठक की। बैठक में कृषि एवं पषुपालन सचिव श्री एन० सरवन कुमार, कृषि निदेषक श्री आदेष तितरमारे, पषुपालन निदेषक श्री विनोद सिंह गंुजियाल उपस्थित थे। बैठक के उपरान्त माननीय मंत्री ने बताया कि आपदा की इस घड़ी में किसानों एवं पशुपालकों को घबराने की कोई आवष्यकता नहीं है। सरकार किसानों एवं पशुपालकों के लिए हर संभव उपाय कर रही है। उन्होंने कहा कि किसान भाई-बहन को कृषि कार्य करने में कोरोना संक्रमण से बचने हेतु कृषि विभाग द्वारा दिये गये दिशा-निदेश का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि फसल कटनी एवं दौनी का कार्य यथासंभव समय से पूरा किया जाय तथा इसके लिए ज्यादा-से-ज्यादा मशीन यथा रीपर-कम-बाइंडर, थ्रेशर आदि का उपयोग किया जाय। हस्तचालित यंत्र तथा हँसिया आदि के उपयोग के समय दिन में कम-से-कम तीन बार उपकरण को साबुन पानी से अच्छी तरह धोकर संक्रमण रहित किया जाय। मशीन के चालन हैंडिल, स्टीयरिंग की विशेष सफाई की जाए। फसल कटनी एवं दौनी करते समय खेत में या थ्रेशिंग फ्लोर पर एक दूसरे व्यक्ति के बीच कम से कम दो मीटर की दूरी बनाकर रखी जाय। यह जान लें की संक्रमण रोकने के लिए सामाजिक दूरी सबसे उपयोगी हथियार है। हमें मिल-जुलकर इस समस्या से निपटना है।
माननीय मंत्री ने कहा कि मजदूर अपने खाने का बर्तन अलग-अलग रखें तथा खाना खाने के बाद इसे अच्छी तरह धो लें। पीने के पानी का बोतल अलग-अलग रखें। प्रत्येक व्यक्ति अलग-अलग कटाई उपकरण का उपयोग करें। एक दूसरे के यंत्र को बदल-बदल कर कदापि उपयोग नहीं करें। कटनी एवं दौनी के दौरान कुछ कुछ समय पर साबुन पानी से हाथ धोते रहें। कटनी एवं दौनी के समय पहने गए कपड़ों का दोबारा उपयोग धोने के बाद अच्छी तरह धूप में सूखाकर ही करें। कटनी एवं दौनी के समय नाक एवं मुँह को ढकने के लिए मास्क का उपयोग करें। जीविका समूह के द्वारा तैयार मास्क का उपयोग किया जा सकता है।
डाॅ॰ कुमार ने कहा कि अगर किसी व्यक्ति को सर्दी, जुकाम, सरदर्द, बुखार के लक्षण हों, तो उन्हें कदापि कटाई एवं दौनी कार्य में नहीं लगायें तथा बीमार व्यक्ति की सूचना निकट के स्वास्थ्य कर्मी को दें। खेत में एवं थ्रेशिंग फ्लोर पर पर्याप्त मात्रा में पानी एवं साबुन की व्यवस्था रखें। उन्होंने कहा कि सावधानी ही कोविड-19 (कोरोना) के संक्रमण से बचे रहने का सर्वश्रेष्ठ उपाय है। केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर दिए निर्देशों का शत-प्रतिशत अनुपालन करें। फसल कटनी के उपरांत फसल अवशेष को जलाना नहीं है। उसका उचित प्रबंधन करें।
माननीय मंत्री ने कहा कि खेती से जुड़े आवष्यक उपादानों यथा उर्वरक, बीज, कीटनाषक आदि के दुकानों को खुला रखने का निदेष दिया गया है। किसान भाईयों को यदि किसी प्रकार की असुविधा हो, तो विभाग के टाॅल फ्री नं० 18001801551 पर सम्पर्क स्थापित कर सकते हैं। साथ ही, अपने निकटतम किसान सलाहकार, कृषि समन्वयक, प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी से सम्पर्क कर सकते हैं।