माननीय मंतà¥à¤°à¥€, कृषि विà¤à¤¾à¤—, बिहार डाॅ॰ पà¥à¤°à¥‡à¤® कà¥à¤®à¤¾à¤° ने कहा कि सरकार दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ देश में लघॠà¤à¤µà¤‚ सीमानà¥à¤¤ किसान परिवारों को पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ किसान समà¥à¤®à¤¾à¤¨ निधि योजना (पी॰à¤à¤®à¥°-किसान) लागू कर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ खà¥à¤¶à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की सौगात दी है। इस योजना के तहतॠ5 à¤à¤•à¤¡à¤¼ तक à¤à¥‚मि की जोत वाले सà¤à¥€ पातà¥à¤° किसान परिवारों को सलाना 6 हजार रूपये à¤à¥à¤—तान तीन किसà¥à¤¤à¥‹à¤‚ में किया जायेगा। इस योजना के पहली किसà¥à¤¤ के रूप में पातà¥à¤° किसानों के खाते में 2000 रूपये अंतरित की जा रही है। इस योजना के तहतॠसà¤à¥€ पातà¥à¤° किसानों के खाते में 1 मारà¥à¤š के पहले पहली किसà¥à¤¤ अंतरित कर दी जायेगी। माननीय मंतà¥à¤°à¥€ ने किसानों से अपील किया कि राजà¥à¤¯ के सà¤à¥€ पातà¥à¤° किसान इस योजना का लाठलेने हेतॠविà¤à¤¾à¤—ीय पोरà¥à¤Ÿà¤² पर अपना आवेदन करें।
माननीय मंतà¥à¤°à¥€ ने कहा कि इस योजना के तहतॠअà¤à¥€ तक बिहार राजà¥à¤¯ में 12,86,799 किसानों ने आवेदन दिया है, आवेदन की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ जारी है। इसमें से राजà¥à¤¯ सरकार दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जाà¤à¤š के बाद पातà¥à¤° पाये गये 1,65,070 किसानों के सूची à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार को à¤à¥‡à¤œà¥€ गई है, शेष किसानों का à¤à¥€ सतà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¨ का कारà¥à¤¯ किया जा रहा है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ इन किसानों के खाते में राशि का अंतरण अनवरत किया जा रहा है। अब तक राजà¥à¤¯ के 73,139 किसानों के खाते में 2-2 हजार रूपये à¤à¥‡à¤œà¥€ जा चà¥à¤•à¥€ है। शेष किसानों के खाते में à¤à¥€ राशि शीघà¥à¤° ही à¤à¥‡à¤œ दी जायेगी।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ किसान समà¥à¤®à¤¾à¤¨ निधि योजना देश की कृषि अरà¥à¤¥à¤µà¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ को मजबूत आधार पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करने के लिठà¤à¤• यà¥à¤—ानà¥à¤¤à¤•à¤¾à¤°à¥€ कदम है। इस योजना के माधà¥à¤¯à¤® से देश के तमाम किसानों को आरà¥à¤¥à¤¿à¤• मदद मिलेगा, जो कृषि के उपज को बढ़ाने के लिठकिसान खाद, बीज आदि खरीदने में उपयोग कर सकेंगे। तकनीकी के पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— से सहायता राशि सीधे किसान के खाते में à¤à¥‡à¤œà¥€ जा रही है, जिससे इस योजना का लाठसीधे किसानों तक पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤¨à¥‡ में विलमà¥à¤¬ से पूरी तरह से मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ मिलेगी, किसानों की लागत कम होगी तथा आधà¥à¤¨à¤¿à¤• तकनीक का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— करने में किसान सकà¥à¤·à¤® हो सकेंगे। साथ ही, किसान अपनी छोटी-छोटी जरूरतों की पूतà¥à¤°à¥à¤¤à¤¿ के लिठसाहूकारों के चंगà¥à¤² में फà¤à¤¸à¤¨à¥‡ से बचेंगे तथा समय से खेती करने हेतॠआवशà¥à¤¯à¤• उपादानों का कà¥à¤°à¤¯ कर पायेंगे।